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बाबा राम देव एक योग पुरुष ?

sunraistournews
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आज यदि किसी योग पुरुष और लोकप्रिय शक्श की गिनती होती है तो राम देव जी महाराज की गिनती पहले होती है और हो भी क्यों ना काम ही कुछ ऐसे कर रहे है की लोगो की जुवान पर उनका नाम आता है. दिन रात सेवा के साथ लगे है योग शिक्षा मै. और गरीव जनता को निरोगी बनाने मै बिना किसी भेद भाव के?
देश की गरीव जनता जिनको मिडिल बर्ग कहा जाता है उनके इस कार्य से बहुत ही खुश है. दिन रात अपने कार्य कलापों से जनता की सेवा का बीड़ा उठा रखा है.साथ ही देश मै अलख जगाने का काम कर रहे है जिसमे हिन्दू मुस्लिम सिख सभी dharmo के लोग जुड़ रहे है. भला हो आस्था चैनल का जिसने एक सामान्य योग शिक्षक को घर घर का मेहमान बना दिया. जब देश मै degu का कहर phailaa था और सीजनल बुखार फ़ैल रहा था गुरु ने योग का और और्वेदिक जड़ी बूटियों का प्रचार कर देश की वनस्पति को जनसेवा के लिए प्रयोग कर मेडिकल साइंस को एक सन्देश दिया की हमारी भी एक संस्कृत है जो निरोग रखने मै कारगर है.
योग बैसे तो हमारी पुरानी पद्दति है जिसे लोग भूल चुके थे कौन जानता है धन्वन्तरी को या लुकमान हकीम को पर आज पुनः इस बात की चर्चा शुरू हो चुकी है कि वैदिक काल मै हमारी बनस्पति हमारी धरोहर रही है.
एक डर जो मीडिया के प्रचार से आया कि इन सीजनल बीमारियों का कोई इलाज़ नहीं है. पर बाबा रामदेव ने सिद्ध कर दिखाया कि योग और आयुर्वेद मै दम है कि किसी भी भयंकर से भयंकर बीमारी का इलाज़ संभव है.
आज के दिनों में इस बात का भी बहुत महत्व है कि आशा बाडी बने रहना. यह तो निश्चित है कि मौत तो आनी है पर आशा का संचार होता रहे.
राम देव जी एक नेक काम मै लीं है जगह जगह जा कर कंप लगा रहे है साथ ही लाइव टी बी पर देख कर भी लोग उनके इस कार्य का paalan कर रहे है और swaasth laabh भी कर रहे है. यदि आज gareevo का bhagwaan kahee है तो woh देख sakte है योग कोई nai बात nai है जो देश मै pahlee vaar aayee हो पर jis tarah से pesh kiyaa gaya woh nai बात है और jan jan tak pahunchee यह nai बात है.
har aadmee एक swaarth से juraa है और swaamee जी भी isme peechhe नहीं honge. पर jan सेवा का बीड़ा एक saahsic kadam है. unkee jan chetnaa failaane की neet एक achchhee pahal हो saktee है यदि inke कार्य karam chalte रहे तो aane waale दिनों मै har jilaa और kasbaa inke osdhalayaa की pakad मै hogaa जो जनता की सेवा मै लगा hogaa. यह ही honaa chahiye.
sarkar के paas sadhan है कुछ भी कर saktee है और punjee patio के pass paisaa है kitne ही asptaal khol saktee है पर जनसेवा के नाम पर sirf yehee बाबा aage आया.
यदि inke guno को saraahaa जा saktaa है तो har raajy inko अपने yahaa kam से kam एक osdhalyaa jarur kholne की anumati detaa jisese देश का kalyaan होता.
पर vivasthaa का dosh के ham unko puraa sammaan नहीं de paa रही है. haa कुछ लोग jarur जो सेवा nivart है aage aa रहे है.
tamaam desho की yaatraa कर चुके बाबा को अपने देश मै ही jaagruktaa की jang ladnee pad रही है और priyaas jaaree है.
vipatti मै काम aanaa भी inkee sansthaa से seekhe pichhle saal जब koshee nadee का prakop आया और bihaar tabaah hone के kagaar पर thaa बाबा ने dil khol कर motee rakam bihaar sarkaar को dee. तो kyaa bihaar sarkaar inke लिए एक osdhalaya की vivasthaa नहीं कर saktee bhalaa तो जनता का ही hogaa.
swabhimaan dal बना कर एक soch तो jan maasans के man मै dee है पर यह priyaas shayaad safal हो या ना हो पर mudde sakaaratmak है. matra कुछ samay मै ही जनता और देश से baahar जो chhabi बाबा जी ने banaai है woh shayad ही बना paye.
योग गुरु ने lakho shishya banaaye जो grameen ikaale मै jaakar jan maans को sahee shikshaa de रहे है.
मै भी इस lekh के maadhyam से unkee जनसेवा bhaawnaa का swaagat kartaa hu. और सभी sarkaaro से appeel kartaa hu कि अपने अपने raajyo मै योग और आयुर्वेद को failane मै madad kare.
यदि rastra निरोगी hogaa तो aane waalee nasl भी swasth hogee और swasth bharat का sapnaa saakar हो jaayegaa.
एक samaj से jure है पर pakad sai baba की tarh sab dhamo पर है yesaa ही तो insaan chahiye देश को जो जनसेवा का सन्देश de sake. jiskaa lohaa videsh maan रहे है तो ham क्यों peechhe है? देश bhakti की अलख जगाने waalaa भी तो कोई hogaa जो aage aayegaa?
chalo एक baar phri एक yogyaa yodhaa का साथ दिया jaaye जो vaastav मै hakdaar है. rajeet or sosal issue par naa sahee par desh kee jantaa ke khidmat daar ke rup mai.

उनका जो फ़र्ज़ है वो अहले सियासत जानें मेरा पैग़ाम मुहब्बत है जहां तक पहुंचे.’जिगर मुरादाबादी

jai hind jai bharat.

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